सड़क पर यातायात नियमों का पालन करना सभी के लिए जरूरी है, लेकिन अगर ट्रैफिक पुलिस ने आपको किसी अपराध के लिए चालान किया है, तो क्या वे आपको उसी दिन फिर से उसी वजह से चालान कर सकते हैं? यह सवाल कई लोगों के मन में आता है। इस लेख में हम इस मुद्दे को विस्तार से समझाएंगे, ‘डबल जियोपार्डी’ कानून, इसके अपवाद और इससे जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
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कानून क्या कहता है?
भारतीय कानून के अनुसार, किसी भी अपराध के लिए एक ही दिन में दो बार सजा देना निषिद्ध है। इसे ‘डबल जियोपार्डी’ सिद्धांत कहा जाता है। हालांकि, ट्रैफिक नियमों और चालान से जुड़े मामलों में कुछ अलग नियम लागू होते हैं।
मुख्य बातें:
- सामान्य नियम:
- ट्रैफिक पुलिस आपको एक ही अपराध के लिए एक ही दिन में दो बार चालान नहीं कर सकती, अगर आपने पहले ही जुर्माना भर दिया है।
- उदाहरण के लिए, यदि आपने सुबह हेलमेट न पहनने के लिए चालान भर दिया है, तो उसी दिन आपको फिर से इसके लिए चालान नहीं किया जा सकता।
- इस नियम के अपवाद:
- दोबारा अपराध: यदि आप एक ही दिन में दोबारा वही गलती करते हैं (जैसे किसी अन्य स्थान पर तेज गति से गाड़ी चलाना), तो आपको दोबारा चालान किया जा सकता है।
- अंतरराज्यीय यात्रा: यदि आप एक राज्य से दूसरे राज्य में यात्रा कर रहे हैं और आपका पिछला चालान रसीद खो जाता है, तो दूसरे राज्य की ट्रैफिक पुलिस आपको उसी अपराध के लिए चालान कर सकती है।
- ओवरस्पीडिंग का अपवाद:
- तेज गति से गाड़ी चलाने को हर बार अलग-अलग अपराध के रूप में देखा जाता है। इसलिए, यदि आप एक ही दिन में अलग-अलग स्थानों पर तेज गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते हैं, तो आपको हर बार चालान भरना पड़ सकता है।
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डबल जियोपार्डी का मतलब समझें
‘डबल जियोपार्डी’ सिद्धांत भारतीय संविधान के अनुच्छेद 20(2) के तहत आता है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी व्यक्ति को एक ही अपराध के लिए दो बार दंडित नहीं किया जाएगा।
हालांकि, यह कानून मुख्य रूप से आपराधिक मामलों पर लागू होता है। ट्रैफिक चालान एक नागरिक दंड (सिविल पेनल्टी) है, न कि आपराधिक अपराध, इसलिए इस कानून की व्याख्या यहां थोड़ी अलग तरीके से की जाती है।
वास्तविक जीवन के उदाहरण जब आप चालान का सामना कर सकते हैं
इस विषय को और स्पष्ट रूप से समझने के लिए, यहां कुछ परिदृश्य दिए गए हैं:
- उदाहरण 1:
- आपको सुबह सीट बेल्ट न पहनने के लिए चालान किया गया।
- यदि उसी दिन फिर से ट्रैफिक पुलिस आपको रोकती है, तो वे आपको उसी अपराध के लिए चालान नहीं कर सकते, यदि आपने पहले का चालान रसीद दिखा दी।
- उदाहरण 2:
- आप सुबह हाईवे पर तेज गति से गाड़ी चलाने के लिए चालान भरते हैं।
- यदि आप उसी दिन किसी अन्य स्थान पर फिर से तेज गति से गाड़ी चलाते हैं और पकड़े जाते हैं, तो आपको दोबारा चालान भरना पड़ सकता है।
- उदाहरण 3:
- आप दिल्ली से उत्तर प्रदेश यात्रा कर रहे हैं और दिल्ली में रेड लाइट पार करने के लिए चालान भरते हैं।
- यदि आपके पास चालान रसीद नहीं है और उत्तर प्रदेश में पुलिस आपको रोकती है, तो वे आपको उसी अपराध के लिए चालान कर सकते हैं।
अगर आपका चालान होता है तो क्या करें?
अनावश्यक चालानों से बचने और किसी गलतफहमी से बचने के लिए, इन बातों का पालन करें:
- चालान रसीद रखें: चालान भरने के बाद उसकी रसीद हमेशा अपने पास रखें। यदि यह डिजिटल चालान है, तो इसे अपने फोन में सेव कर लें।
- जानकारी रखें: अपने दस्तावेज जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी का पंजीकरण प्रमाणपत्र, बीमा और प्रदूषण नियंत्रण (PUC) प्रमाणपत्र हमेशा साथ रखें।
- प्रश्न पूछें: अगर कोई ट्रैफिक पुलिस अधिकारी आपको दोबारा चालान देने की कोशिश करता है, तो शांति से स्थिति समझाएं और अपना पहला चालान दिखाएं।
- अनुचित चालान पर अपील करें: यदि आपको लगता है कि आपका चालान गलत तरीके से हुआ है, तो आप ट्रैफिक कोर्ट या संबंधित अधिकारियों के पास जाकर इसे चुनौती दे सकते हैं।
भारत में ट्रैफिक चालानों पर सामान्य प्रश्न (FAQs)
1. क्या ट्रैफिक पुलिस बिना कारण आपको रोक सकती है?
हां, ट्रैफिक पुलिस वाहन चेकिंग के लिए आपको रोक सकती है और ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण और बीमा जैसे दस्तावेज जांच सकती है।
2. क्या ट्रैफिक चालान पूरे भारत में मान्य है?
हां, एक राज्य में जारी किया गया ई-चालान पूरे भारत में मान्य है। लेकिन आपको चालान भुगतान का प्रमाण साथ रखना होगा।
3. क्या मैं मौके पर चालान भरने से मना कर सकता हूं?
हां, आप मौके पर चालान भरने से मना कर सकते हैं और ऑनलाइन भुगतान करने या अदालत में इसे चुनौती देने का विकल्प चुन सकते हैं।
4. क्या ओवरस्पीडिंग को अलग तरह से देखा जाता है?
हां, ओवरस्पीडिंग को हर बार एक नए अपराध के रूप में देखा जाता है। इसलिए, आप एक दिन में कई बार इसके लिए चालान भर सकते हैं।
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यातायात नियमों का पालन क्यों जरूरी है?
यातायात नियम सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए बनाए गए हैं। इन नियमों का उल्लंघन न केवल आपकी जान को खतरे में डालता है बल्कि सड़क पर दूसरों को भी जोखिम में डालता है। मोटर व्हीकल संशोधन अधिनियम, 2019 के तहत कड़े दंड के कारण, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन अब भारी जुर्माना, ड्राइविंग लाइसेंस रद्द होने या गंभीर मामलों में जेल तक का कारण बन सकता है।
मुख्य बातें संक्षेप में
- ट्रैफिक पुलिस एक ही दिन में एक ही अपराध के लिए दो बार चालान नहीं कर सकती, जब तक कि आप अपराध दोबारा न करें या चालान रसीद न खो दें।
- ओवरस्पीडिंग और अंतरराज्यीय यात्रा इस नियम के अपवाद हैं।
- चालान रसीद और वैध दस्तावेज साथ रखें।
- ट्रैफिक चालान नागरिक दंड हैं और इन पर आपराधिक ‘डबल जियोपार्डी’ कानून लागू नहीं होता।
नियमों का पालन करके आप न केवल चालानों से बच सकते हैं, बल्कि सड़कों को भी सुरक्षित बना सकते हैं।